जागते रहो! EPF अकाउंट से गायब हो रहे पैसे, कई कर्मचारियों के खाते हो गए खाली, अभी चेक कर लीजिए बैलेंस
EPF Account scam: EPF अकाउंट से पैसा निकालने के लिए फर्जी मोबाइल नंबर, अलग अकाउंट नंबर और फर्जी आधार नबंर का इस्तेमाल किया गया और अकाउंट से पैसे निकाल लिए गए.
जिन खातों से पैसा निकाला गया है उनमें से कुछ खाते छोटी-छोटी कंपनियों से जुड़े खाते हैं जिनमें आम लोगों का अंशदान हैं. (ज़ी बिज़नेस)
जिन खातों से पैसा निकाला गया है उनमें से कुछ खाते छोटी-छोटी कंपनियों से जुड़े खाते हैं जिनमें आम लोगों का अंशदान हैं. (ज़ी बिज़नेस)
EPF Account scam: 30-32 साल से नौकरी कर अपने जीवन भर की पूंजी रिटायरमेंट के लिए बचाने वाले कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड की पूंजी गायब होने की घटना आपको चौका सकती है. लेकिन पिछले कुछ महीनों में देश के अलग अलग हिस्सों में प्रोविडेंट फंड से पैसे गायब होने की घटनाएं आश्चर्य चकित करने वाली हैं. मुंबई के कांदीवली में EPFO के कर्मचारियों ने ही कोविड के दौरान मिलीं छूट का फायदा उठाते हुए बंद पड़ी कंपनियों से पैसा निकाल लिया जिसकी जांच CBI तक पहुंची है. बंद हुई एयरलाइंस कंपनी के कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट (EPF Account) से पैसे गायब कर दिए गए. और अब एक नया मामला चंडीगढ़ से भी आया है.
क्या है मामला
पंजाब स्मॉल इडस्ट्री एंड एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन के कर्मचारी हरकेश कुमार राणा के उस वक्त होश उड़ गए, जब उनके प्रोविडेंट फंड अकाउंट (EPF Account) से 5 लाख 39 हजार रुपए अकाउंट से गायब हो गए. हरकेश ने EPF खाते में इतनी बड़ी राशि के गायब होने की जानकारी लेनी चाही तो पता चला EPF अकाउंट से पैसा निकालने के लिए फर्जी मोबाइल नंबर, अलग अकाउंट नंबर और फर्जी आधार नबंर का इस्तेमाल किया गया और अकाउंट से पैसे निकाल लिए गए.
आपको बता दें, पंजाब स्मॉल इंडस्ट्री एंड एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन के हरकेश इकलौते कर्मचारी नहीं है. उनकी कंपनी के एक रिटायर्ड कर्मचारी सुखदेव सिंह के अकाउंट से भी 41 लाख रुपए EPF अकाउंट से गायब (EPF Account fraud) हो गए. चंडीगढ़ पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक करीब 10 कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड खातों में फर्जी डॉक्युमेंट के जरिए करोड़ों रुपए निकाले गए हैं.
EPFO में गड़बड़ी का मामला
EPFO में गड़बड़ी का ये इकलौता मामला नहीं है. जुलाई-अगस्त के महीने में मुंबई रीजन के 8 कर्मचारियों को 100 करोड़ रुपए तक के घोटाले के लिए सस्पेंड किया गया था. अक्टूबर में बंद हुई एयरलाइंस कंपनी के कर्मचारियों के PF अकाउंट से भी पैसा (pf money scam) निकाल लिया गया. सभी में फर्जी दस्तावेज के इस्तेमाल होना समाने आया है. इसमें कर्मचारियों की मिली भगत होने के भी सबूत मिले हैं. इस पूरे मामले में EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्ट के एक मेंबर ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि श्रम मंत्रालय को इन मामलों के बारे में अवगत करवाया गया है. EPF चेयरमैन ने भी अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है. आम लोगों की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने और लोगों का भरोसा कायम रखने के लिए EPFO के सिस्टम को मजबूत करना जरूरी है.
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कैसे होता है पैसे का गबन ?
कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन में लोगों को राहत देने के मकसद से ईपीएफओ ने विथड्रॉल (epf account withdrawal fraud) से जुड़ी शर्तों में ढील दी थी. इसका फायदा उठाकर इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया. इनकम घटने और नौकरी जाने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों ने अपने प्रोविडेंट फंड से पैसा निकालने की अर्जी दी थी, जिसे तुरंत सेटल करना जरूरी था. वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने लॉगइन पासवर्ड दूसरे कर्मचारियों के साथ शेयर किए जिससे कम वक्त में ज्यादा से ज्यादा सेटलमेंट हो पाए. कुछ जूनियर कर्मचारियों ने इसका फायदा उठाते हुए कई खातों से पैसे निकाल लिए.
लंबे वक्त से बंद पड़े खातों का इस्तेमाल
ईपीएफओ के अंदर बड़ी संख्या में ऐसे खाते बंद पड़े हैं जिनमें लंबे अर्से से कोई अंशदान नहीं किया गया है, क्योंकि कंपनी बंद हो गई. पैसों के गबन के लिए इन्हीं खातों का इस्तेमाल किया गया. आरोपी कर्मचारियों के द्वारा बंद पड़े इन खातों में शुरुआत में कुछ मामूली पूंजी डाली गई और बाद में करोना की आड़ में फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए इन खातों से पूरा का पूरा पैसा निकाल लिया गया.
आम लोगों के लिए नसीहत
जिन खातों से पैसा निकाला गया है उनमें से कुछ खाते छोटी-छोटी कंपनियों से जुड़े खाते हैं जिनमें आम लोगों का अंशदान हैं. अब उन्हें अपने पैसे को वापस लेने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी. इसलिए ईपीएफओ के सभी सब्सक्राइबर्स को समय-समय पर अपने खाते की जांच (epf account balance) करनी चाहिए, जिसमें उन्हें ब्याज की इनकम और बाकी अंशदान की जानकारी भी मिल सकती है.
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करोड़ों की उम्मीदें ईपीएफओ से
ईपीएफओ से 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइब और जुड़े हुए हैं जो अपनी सैलरी का एक हिस्सा हर महीने ईपीएफओ में अंशदान करते हैं. अपने भविष्य की पेंशन और बाकी जरूरतों के लिए, ईपीएफओ के फंड मैनेजर के पास 15 लाख करोड़ से ज्यादा कॉरपस है. 100 करोड़ के घोटाले में ईपीएफओ धारकों पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन इतना बड़ा मामला लोगों का भरोसा जरूर कम करता है.
07:15 PM IST